कितना झुकोगे
दुसरोंको सताने के लिये
हर कोशिश सिर्फ
किसींको मिटाने के लिये
दोस्त बनाये तो वो
भी बुरे अंजाम को हासिल करने के
लिये
उसे परेशान देखकर
खुशी हुई होगी कभी
लेकिन अपने ही
गिरेबान मे झाक पाओगे कभी
हर कोई शकश
टूटता नही
बस तुम्हारे जितना
वो गिरता नही
-- ऋ तू जा
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